डीएनए(डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड)
DNA (Deoxyribonucleic acid) :
आरएनए (राइबोन्यूक्लिकएसिड)
RNA (Ribonucleic acid) :
डीएनए(डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड)
DNA (Deoxyribonucleic acid) :
आरएनए (राइबोन्यूक्लिकएसिड)
RNA (Ribonucleic acid) :
DNA जीवित कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक गुणसूत्र है। DNA की कार्यात्मक इकाई "जीन" है। DNA का निर्माण जिन अणुओं से हुआ है उन्हें न्यूक्लियोटाइड कहते हैं। न्यूक्लियोटाइड, नाइट्रोजन के बने होते हैं।
न्यूक्लियोटाइड – 1 न्यूक्लियोसाइड [ शर्करा(Sugar), क्षार(Base)], 2-फॉस्फेट
DNA द्वारा प्रोटीन के संश्लेषण पर
नियंत्रण नियंत्रण रखा जाता है। शरीर में DNA गुणसूत्र के रूप में रूप में होता
है। DNA में 4 प्रकार के क्षार होता
है – एडनीन (Adenine), गुआनीन
(Guanine), थायमिन (Thymine) और साइटोसीन (Cytosine)।
जीव कोशिका में DNA केन्द्रक
में (माइटोकॉण्ड्यिा) पाया जाता है । पादप कोशिका में DNA हरित लवक में पाया जाता है
।
46 गुणसूत्रों में DNA के 3 अरब आधार जोड़े होते हैं। DNA का प्रमुख कार्य – आनुवांशिक क्रियाओं का संचालन करना होता है ।
DNA की
द्वि-कुंडलित संरचना (Double Helix Model) जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक ने (1953 ई० में), की
थी - इस खोज के लिये वाटसन और क्रिक
को 1962 ई० में नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था।
हरगोविन्द
खुराना ने प्रयोगशाला में DNA का संश्लेषण सर्वप्रथम किया था।
आरएनए(राइबोन्यूक्लिकएसिड) RNA (Ribonucleic acid) :
RNA का निर्माण
DNA से ही होता है, इस प्रक्रिया को ट्रांसक्रिप्शन
कहते हैं। RNA एक
न्यूक्लियोटाइड ऋखला है, जिसमें फॉस्फेट और राइबोज
शर्करा की इकाईयाँ समान्तर होती हैं।
RNA एकल ऋखला
के रूप में DNA से जुड़ा रहता है, जब RNA का क्षार थायमिन के स्थान पर यूरेसिल हो जाता है
तो RNA अलग हो जाता है।
- RNA में भी DNA की तरह 4 प्रकार के क्षार पाए जाते हैं - एडनीन, गुआनीन, यूरेसिल और साइटोसीन ।
RNA का प्रमुख
कार्य -
प्रोटीन का संश्लेषण । आनुवांशिक
सामग्री को शरीर में प्रवाहित करने का काम
RNA करता है । RNA
के खोजकर्ता – ओकोवा, हॉली और
बोसे
RNA की संरचना का मॉडल किसने दिया था-
आर्थर अर्ग और जेम्स वाटसन ने ।
DNA के विपरीत RNA एक कुंडलीय संरचना है
I RNA का स्वरूप हजारों वर्षों तक समान रह सकता है इसलिये हमारे
पूर्वजों का पता लगाने के लिये RNA का इस्तेमाल
किया जाता है।
RNA तीन
प्रकार का होता है –
(1)r-RNA (Ribosomal RNA) – ये राइबोसोम पर स्थित रहते
हैं और प्रोटीन के संश्लेषण में सहायता करते हैं।
(2) t-RNA (Transfer RNA) - इसका कार्य अमीनो अम्लों को राइबोसोम पर लाता है जहाँ प्रोटीन
का संश्लेपण होता है।
(3) m-RNA (Messenger RNA) - इसका कार्य केन्द्रक के बाहर अमीनो अम्ल का चुनाव करना है।